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कहाँ सोचा था मैंने मेरा दिल भी सबे-हिज़्र काटेगा, म

कहाँ सोचा था मैंने मेरा दिल भी सबे-हिज़्र काटेगा,
मोहब्बत को मेरी वो दोलत से बाटेगा ,

बस ये कह कर बहला लिया अपने दिल को 
के तू गम न कर माँझा अभी नया है पतंगे और बहुत काटेगा ।।

shadab kamaal #झुटी मोहब्बत  Rao Divya Yaduvanshi ❣️ pooja negi# deepshi bhadauria  अधूरा ishq Annu Sharma
कहाँ सोचा था मैंने मेरा दिल भी सबे-हिज़्र काटेगा,
मोहब्बत को मेरी वो दोलत से बाटेगा ,

बस ये कह कर बहला लिया अपने दिल को 
के तू गम न कर माँझा अभी नया है पतंगे और बहुत काटेगा ।।

shadab kamaal #झुटी मोहब्बत  Rao Divya Yaduvanshi ❣️ pooja negi# deepshi bhadauria  अधूरा ishq Annu Sharma