क्या लिखूँ धैर्य का धागा टूट रहा है.. .....क्या लिखूंँ अन्तरात्मा सहम रहा है.......क्या लिखूंँ चमन को निगल रहा है अवसाद.... क्या लिखूँ कुम्भला रहे एहसास.. ....क्या लिखूँ #महामारी ©the ghost #PoetInYou