इन आँखों में देखेंगे तो गुनाह कर जाएंगे। सादगी से भरी इन अदाओं पे मर जाएंगे । सुनो!तारीफ़ नहीं करते हम हसीनाओं की! मग़र आपकी तारीफ़ में हद से गुज़र जाएंगे। इसे नाम दें इश्क़ या दीवानापन कहें सुब्ह हो शाम तेरे ख़्यालों में ही रहें नाचे मन मेरा और साँसें सरगम हो गईं धड़कन के एहसास जद से मुकर जाएंगे। इन आँखों में---- ♥️ Challenge-899 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।