नकारात्मक और सकारात्मक दोनों भाव समाहित हैं। सकारात्मक में वृद्धि होती तो कभी नकारात्मक में। सकारात्मक परिणाम हमको ऊर्जा से भर देते हैं। नकारात्मक प्रभाव हमारी शक्ति क्षीण कर देते हैं। इनका सन्तुलन जीवन की गति को बनाए रखता! इनका असन्तुलन ज़िन्दगी को स्थिर कर देता है। आज़ादी के बाद हमने बहुत कुछ प्राप्त किया है। आज़ादी के दिनों में बहुत कुछ खो भी दिए हैं। कुछ बातों घटनाओं को लेकर गर्व भी होता है। कुछ बातों और घटनाओं के कारण शर्मसार हुए हैं। मेरी विशेष रचना #ज़िन्दगी #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #विशेष