बिछड़ते वक़्त, सहज हाथ कस जाते हैं कसाव कष्टदायी होता है अश्रु रोकना हृदय भेदता है बिछड़न की भावना जीव सजीवता है, और विछोह; जीव यथार्थ! बिछड़ते वक़्त, सहज अप्रसन्नता रहती है आपसी द्वेष क्षणभंगुर हो जाता है हृदय क्षमा का स्त्रोत बनता है विभेद का संस्कार मानवीय होता है, और विलगाव; निमित्त मानव! बिछड़ते वक़्त यादाश्त मन के केंद्र में रहता है😸 #बिछड़तेवक़्त #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #love #poetry