हमारे कर्म ही हमारी तश्वीर,,या यौ कहे,,आप जो भी है वो आपके कर्म है,,,,,,
दोस्तों दुनियाँ सबसे बडा रंग मंच है,आपकी जिदंगी ऩाटक है,और हम सब नाटक कार है और भगवान निर्देशक है,,,,आप जो जो रोल करते हो वही आपकी जिदंगी है,,,,,,,,
भगवान निर्देशक बनकर आपको "आपकी काबलियत के अनुसार कठिन से कठिन रोल देता है,,,, जिसकी एक्टिंग अच्छी होती , जिन्हे अच्छा रोल करना आता वो अच्छा हीरो बन जाता तथा जिन्हे नही आता वो जिदंगी को कोसता है,,,,,आपके जीवन की विपरीत पारिस्थितियाँ आपकाी स्क्रीप्ट है आप उन्हे पढकर उन्हे अच्छे से जीवन रुपी कहानी मे रोल करे व खुश हाल जीवन जीये,,,, ओम भक्त मोहन बनाम कलम मेवाड की @Motivation & Success@Kalyani Shukla@Chandraj Jain@ALEXIS KARPOUZOS@Darshit Akolkar