मैं तेरे घर हो के गुजरता हूँ, तेरी निगाहें मुझपे पड़ती है| मेरे मंजिल चाहे जो भी हो, मेरी हर राहें तेरी आँखों से गुजरती है|| #यकहिन्दी #यकदीदी #यकबाबा #यककोट्स