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18-08-2021 आज से एक साल पहले, आज के दिन मैं एक ऐसे

18-08-2021
आज से एक साल पहले, आज के दिन मैं एक ऐसे सच से रुबरू हुई थी।जिसको सिर्फ मैं महसूस करके ही कांप जाया करती थी।
एक ऐसा सच जिसे मैं बखूबी जानती थी कि हाँ यह जीवन का सबसे बड़ा सच है, लेकिन फिर भी मैं इस सच से हमेशा दूर भागती थी।वह सच "मौत" था। मैं जानती थी की मौत हमारे साथ तब से ही चलने लगती है जब हम पहेली बार इस दुनिया मे पहेली साँस लेते हैं। मेरा यह हमेशा से मानना है कि मौत हमारा सबसे बड़ा रक्षक है क्यूँ की जब तक हमारी मौत का समय नहीं आता तब तक मौत ही हमें हर हादसे और दुर्घटना से बचाती है।
मौत के बारे में इतना कुछ समझती थी मैं लेकिन फिर भी मौत का ख्याल आते ही मैं कांप जाया करती थी। ऐसा नही हैं की मैं मौत से डरती थी। मैं सिफ्र आपनो को खोने से डरती थी,
लेकिन एक साल पहले आज ही के दिन मैंने अपनी दादी को आखिरी साँस लेते हुए देखा था और मैं मौत के सच से रूबरू हुई।

©Risha Suchi #miss_u #dead #Die #Diet #deathsoul  #Maut #maut_se_mulakat #Grandparents  #grandmother

#alone
18-08-2021
आज से एक साल पहले, आज के दिन मैं एक ऐसे सच से रुबरू हुई थी।जिसको सिर्फ मैं महसूस करके ही कांप जाया करती थी।
एक ऐसा सच जिसे मैं बखूबी जानती थी कि हाँ यह जीवन का सबसे बड़ा सच है, लेकिन फिर भी मैं इस सच से हमेशा दूर भागती थी।वह सच "मौत" था। मैं जानती थी की मौत हमारे साथ तब से ही चलने लगती है जब हम पहेली बार इस दुनिया मे पहेली साँस लेते हैं। मेरा यह हमेशा से मानना है कि मौत हमारा सबसे बड़ा रक्षक है क्यूँ की जब तक हमारी मौत का समय नहीं आता तब तक मौत ही हमें हर हादसे और दुर्घटना से बचाती है।
मौत के बारे में इतना कुछ समझती थी मैं लेकिन फिर भी मौत का ख्याल आते ही मैं कांप जाया करती थी। ऐसा नही हैं की मैं मौत से डरती थी। मैं सिफ्र आपनो को खोने से डरती थी,
लेकिन एक साल पहले आज ही के दिन मैंने अपनी दादी को आखिरी साँस लेते हुए देखा था और मैं मौत के सच से रूबरू हुई।

©Risha Suchi #miss_u #dead #Die #Diet #deathsoul  #Maut #maut_se_mulakat #Grandparents  #grandmother

#alone