*📝“सुविचार"*📝 🖊️*“27/2/2021”*🖋️ 📘✨ *“शनिवार”*✨📙 आप कभी किसी “माता” को देखिए वो अपनी “संतान” को कितना “सहेज” के रखती है उसका “ध्यान” रखती है उसे संभालती है इस “आशा” में कि आगे जाके ये “संतान” कुछ “बड़ा” करेगी, उन्हें “प्रेम” से रखेगी, अब “आगे” क्या होने वाला है हम नहीं जानते, परन्तु हम “वर्षों” की “योजना” बना लेते है और ये ठीक भी है, देखिए “जीवन” जीने की ये “आशा” ये “भविष्य” का “आधार” बनती है तो ये “आशा” महत्वपूर्ण है इसे अपने “साथ” ही रखिए, कहा जाता है कि जो “व्यक्ति” “निराश” है जिसमें कोई “आशा” शेष नहीं है वो “जीवित” तो है किंतु वो एक “मृत जीवन” जी रहा है, तो इस “आशा” का साथ कभी मत छोड़ियेगा, इसे सदैव अपने पास रखिएगा क्योंकि ये “सुख” के साथ जीने का जरिया है.. ✨ *अतुल शर्मा🖋️📝📙* ©Atul Sharma *📝“सुविचार"*📝 🖊️*“27/2/2021”*🖋️ 📘✨ *“शनिवार”*✨📙 #माता #संतान