White तुम जब नहीं थे हम तन्हा ही रहे थे कहने को दोस्त थे बहुत मगर तुम नहीं थे तुम्हारा खयाल जब भी ज़हन में आता था पल के लिए लम्हे जिंदगी के बदलने लगे थे ख्वाहिश नहीं रही अब किसी से मिलने की मेरी तुम्ही याद बनकर जहन में मेरे बसे थे तुम जब नहीं थे हम तन्हा ही रहे थे कहने को दोस्त थे बहुत मगर तुम नहीं थे ©sushil #love_shayari #शून्य राणा