झुठ बोलते हैं लोग कि दिल में तो होती है कदर बस अल्फाज़ डगमगा जाते हैं सच तो यही है कदर अगर दिल से हो तो अल्फ़ाज़ भी खिलाफ नहीं जाते हैं ©Zindgi #कदर