सारे जहां से अच्छा है देश मेरा, हर रोज़ खुशियों का यहाँ होता है सवेरा सब लोग रहते हैं मिल जुलकर यहाँ, वैर द्वेष का दिल में नहीं किसी के बसेरा कितने ही मज़हब हैं मेरे देश में, सभी धर्मों को एक है माना जाता दी जाती है सभी को इज़्ज़त, नहीं किसी को यहाँ नकारा जाता भांति-भांति के हैं रीति रिवाजों यहाँ, कई हैं त्योहार सबको दिल से अपनाते हम, सबसे रखते हैं मेलजोल का व्यवहार स्वाभिमान से जीते हैं हम, सबसे करते हैं हम प्रेम सदा दिल दुखाना समझते हैं हम पाप, यही हमने आज तक नहीं सीखा है मेरा देश अद्भुत, है ये दुनिया का सबसे बड़ा गणतंत्र सबको है आज़ादी यहाँ अपने मुताबिक जीने की, कोई नहीं है यहाँ परतंत्र ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1026 #collabwithकोराकाग़ज़ 🇮🇳 स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ! 🇮🇳 ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा।