एक पल ऐसा आता है ज़िन्दगी में, जब हम सब कुछ भुला कर कहीं खो जाते है खुद की बनाई एक नई दुनिया में, हमें कोई खबर नहीं होती है जवाने की,ये रंगिलियाँ ये चका-चोंध सब फीके पर जाते है हमारी ख़ुशी और उमंग के आगे, बचपन के बेफ़िक्री का वो दौड़ जैसे फिर लौट आया हो, चारों-ओर खुशियां ही खुशियां, ग़म का दूर तक कोई निशा नहीं होता, हमारा नज़रियाँ हमारी सोच सब परे होती है इन बातों से, हम अपना आपा खो झूम उठते है इस ख़ुशी भरे पल में, यूं नादानियों का खुमार सर चढ़ जाता हैं, पर होले-होले वक्त अपनी करवटें बदलता हैं, सारी चीजें फिर समान्य सी होने लगती हैं, वो नादानियाँ वो बचकनियाँ हरकतें दुबक कर दिमाग़ के एक छोटे से कोने में सिमट जाती है, और तब निखर कर बाहर आता है, एक जिम्मेदार और समझदार इंसान, जिसे परख होती है इस कीमती समय की, इन कीमती पैसे की, जो निखरता है किसी मिडिल-क्लास फामिल में, वो पढ़ाई के भूख की जलन, वो जररूती समय में पैसे ना होनी की ताप, जलाती है उसे उकसाती हैं तब जाकर वो कोयला कहीं रूप लेता है एक हीरे का। वो पल भर की खुशियां उसके जीवन की एक मनमोहक याद बन कर रह जाती है, ज़िन्दगी के कुछ पल ही खुशहाल होते है उसके, पर वो उन पलों में जी भर के जीता हैं, कुछ यूं होती है जिन्दगी एक मिडिल क्लास लड़के की। जिम्मेदारी का बोझ कुछ यूं सना होता है उनके कंधे पर, जो उसे मजबूर कर देता है ख़ुद को खुद में ही सिटमने को, और एक छोटी उठती चिंगारी फिर रूप लेती है सोले का जो भस्म कर देती हैं हर एक चीज़ को जो रुकावट होती है उसके और उसके सपनों के बीच का।
OPEN FOR COLLAB✨ #ATpainmakesme
• A Challenge by Aesthetic Thoughts! ♥️
🍭 CHECK OUT OUR SPECIAL PINNED POST! 😁✨ #Pain#YourQuoteAndMine#Alex#middleclassfamily#yqaestheticthoughts#alexcollection