बचपन और दादा जी मुझे वो अपनी गोद में सब से छुपा लेते थे वो मुझे उस वक़्त की हर परेशानी से बचा लेते थे मेरे मरहूम दादमियां ARZ-ए-SAYED #BachpanAurDadaji मुझे वो अपनी गोद में सब से छुपा लेते थे वो मुझे उस वक़्त की हर परेशानी से बचा लेते थे मेरे मरहूम दादमियां ARZ-ए-SAYED