वक्त नहीं है आज किसी को, अपनों से भी मिलने को। हर कोई है व्यस्त यहां, अपने सपने सजाने को। परिवार अकेला तड़प रहा, बच्चें भी है राह ताकते। हो गया अपने में मस्त, नहीं समय है संग बिताने को।। रिश्तों को भी भूल गया, जिन्दगी को ऐश बनाने को।। BKJ D-3 विषय - वक्त नहीं है समय सीमा : 10:00pm से 10:30pm दिनाँक : 26.09.2020 शब्द सीमा : 50 शब्द, कोई पंक्ति सीमा नहीं #yqbaba #yqdidi #वक्तनहीहै #YourQuoteAndMine Collaborating with ब्रज काव्य जगत