तन्हाइयों में तो मैं भी हूं, लेकिन ये कभी मुझे बेजार न कर सकीं। मैंने मुहब्बत की है इनसे, तभी तो ये मुझे तार–तार न कर सकीं । तमन्नाएं कभी न कीं किसी का साथ पाने की, तभी तो ये भी मुझे बेकरार न कर सकीं।। ©D.R. divya (Deepa) #Distant #alone #life #sad #shayaari #Shayari