देख लिया हमने ख़ुद को जला कर, मेरे आंगन में फिर भी अंधेरा है, एक भीड़ सी है हर तरफ मेरे, दिल मेरा फिर भी उनकी याद में अकेला है, लोगों ने सजा रखे़ है मुखौटे इस कद़र अपने अपने चेहरों पर कि, कहने को हर शख्स है दोस्त यहां लेकिन हर दोस्त यहां सौतेला है!!! #yqbaba #yqdidi #bad_friends #alone #yqtales #hindipoetry #frndshipday