सच है ये, शराब खरीदने के लिए व्यक्ति खुद जाता है! ......और दूध बेचने वालों को घर-घर जाना पड़ता है! हम सोचें, विचार करें छिद्र कहाँ है; झोल कहाँ है? उस मछली को क्यों नहीं रोक पाते? उस चने को सिर पर क्यों बिठा नहीं पाते??? ©अंजलि जैन #मछली/चना#१०.१०.२० #WatchingSunset