त्रिनेत्र से त्रिदेव कहलाए शांति-भाव से भोला कहलाए।। योग से विश्व-गुरु कहलाए अंतर्ध्यान में तीनों लोक समाए।। शिव, धरा से अंबर तक समाए चारों दिशाओं में ओम समाए।। शिव, सनातन की पहचान कराएं संस्कृत-संस्कार आगे बढ़ाएं।। 🙏ॐ_जय_श्री_महाकाल🙏 त्रिनेत्र से त्रिदेव कहलाए शांति-भाव से भोला कहलाए।। योग से विश्व-गुरु कहलाए अंतर्ध्यान में तीनों लोक समाए।। शिव, धरा से अंबर तक समाए चारों दिशाओं में ओम समाए।।