ना बहुत ज्यादा दौलत, चाहिये, ना ये शानो शौकत ना उंचे, मकान चाहिये, हुस्न पे तो पूरी दुनिया मरती, है, मुझे तो आखिरी साँस, तक साथ निभाने बाला एक साधारण सा इंसान चाहिये, ✍विपिन