White प्यार कर के जो की ख़ता फिर से। ज़ख्म दिल को तभी मिला फिर से। जिस से मरहम की चाह थी हम को। दर्द उसने बहुत दिया फिर से। जिस मुसाफ़िर को चाह मंज़िल की। दूर मुश्किल वो कर चला फिर से। सच हमारा गलत लगा जिस को। झूठ उसने ही ये कहा फिर से। अपने ईमान को गँवाया जो। मौल कौड़ी के वो बिका फिर से। रात आख़िर गुज़र गई काली। सुब्ह सूरज निकल गया फिर से। जिसने दुख ख़ूब ही दिए विष्णु। दे रहे हम उसे दुआ फिर से। ©Vishnu Hallu #Sad_Status happy holi wishes birthday wishes for father happy diwali wishes happy birthday wishes good morning wishes