फकीरों जैसा कोई मोजिजा करूंगा । पत्थरों को तराशकर शीशा करूंगा । मेरी सदाएं और कोई सुन ना ले । मैं ख़ामोश रहकर चीखा करूंगा । azeem khan # मैं ख़ामोश रहकर चीखा करूंगा #