Nojoto: Largest Storytelling Platform

White सुबह से लेकर रात तक, बहुत थक लिया; हां खून प

White सुबह से लेकर रात तक,
बहुत थक लिया;
हां खून पसीना जो एक कर लिया।
आंखों में सपने लिए,
सोता हूं फिर इसलिए,
कल फिर से जल्दी उठना है;
दिन रात एक जो करना है।

फिर मंजिल भी दौड़ी आएगी,
ये मेहनत मेरी रंग लाएगी,
फिर चाहे कैसी भी बाढ़ आ जाए;
हौसलों की कश्ती को न डुबा पाएगी।

जब उगेगा सूरज होगा उजियाला,
जीवन की कली खिल जाएगी,
तब बगिया मेरी लहराएगी;
बगिया मेरी लहराएगी।

©Labj_ke_do_shabd
  #Lion #neerajchopra #labj_ke_do_shabd #silent_Shayar #motivatation #olampic2024