पहली दफा मिलते है लोग तो खुशी के जाम लगाए जाते है, मतलबी दिखता नहीं कोई सूरत से हर चेहरे पर नकाब लगाए जाते है| और व्यवहार नहीं व्यापार से तय की जाती है अब उम्र रिश्तों की........ और खत्म हो जाए मतलब अगर तो हर तरफ से बस इल्जाम लगाए जाते है || ©' मुसाफ़िर ' #Anger #