उठायी है कलम मैने तो अब खुद को सम्भाल ही लूंगा कुछ न बोलूंगा ऐ मुखालिफ तुझसे तल्ख ओ तीखे लफ्जों से ही तेरी जान निकाल लूंगा मुखालिफ-विरोधी उठायी है कलम...........