"कभी तो चमकेगी अपनी भी किस्मत, "जहां जायेंगे हम उजाले रहेंगे; "कहां तक रोकेगा वो भी अब खुद को, "कहां तक हम खुद को संभाले रहेंगे; "बुलंद कभी होगी हमारी भी तकदीर, "कभी कुछ जश्न के प्याले रहेंगे; "वो ही लोग लेंगे फिर बाहों में हमको, "जो इज्जत हवा में उछाले रहेंगे। ~ विपिन कुमार #Kismat #Taqdeer #Jashn #Izzat #Poetry #Shayari #Nojoto