और क्या हो सुकूँ इस जग में गले लगा मुझे तुम सुला रही हो जैसे नदियां करती सृजन पाषाण पे बिखर तुम मुझे कामिल आहिस्ते आहिस्ते बना रही हो प्रेम के मद्धम चरण का स्पर्श वर्णन है प्रिय यह। पूरी गीत नीचे केप्शन में 👇👇 Dedicating a #testimonial to 𝘼𝙡𝙮𝙨𝙝𝙖 𝙎𝙞𝙧𝙢𝙤𝙪𝙧✯ प्रेम के मद्धम चरण का स्पर्श वर्णन है प्रिय यह तुम स्नेह की वादियों में सुकून अंकुरित भाप रही हो और क्या हो अलौकिक इस पल तुम स्वयं प्रकाशमान हो रही हो प्रेम के मद्धम चरण का स्पर्श वर्णन है प्रिय यह