जो सदियों तक ना उतरे ऐसा असर हो तुम। प्यास और एहसास का कैसा क़हर हो तुम। नशीली नागिन और हूर का ज़िस्म है तेरा। छू कर ही फ़ना हो जाऊँ वह ज़हर हो तुम। सुलगते अरमानों को जो कर देती हो तृप्त ! रात भर सोने नहीं देती वही सहर हो तुम। ♥️हिन्दी एरोटिका 💐नमस्कार ..मैं GulnaaR Tanha Raatein परिवार में आपका हार्दिक स्वागत करती हूँ ..ऊपर दिये गये चित्र को अपने कामुक शब्दों से सजाये। 💐अपने भाव से 6 लाईनों में लिखें .. (6 लाइन्स हिंदी एरोटिका ) 💐 Font size छोटा रखें ताकी wall