इकरार में शब्दों की अहमियत नहीं होती दिल के जज़्बात की आवाज़ नहीं होती आँखे बयां कर देती है दिल की दास्तां मोहब्बत लफ्ज़ों की मोहताज नहीं होती mohabbat lafzo ki mohtaj nahi hoti ikrar me shabdo ki ahemiyat nahi hoti...