मैं लिखती हूँ तुम्हें अपने कलम को गीत बनाकर.. मैं लिखती हूँ तुम्हें अपने स्वर को राग बनाकर.. मैं लिखती हूँ तुम्हें अपने धुन को प्यार बनाकर.. हाँ मैं लिखती हूँ तुम्हें मेरे हर ताल को नाद बनाकर... #goodwalievening #lalithasai #myworld हाँ मैं तुम्हें लिखती हूँ अपने स्वाभिमान के कलम से.. अपने आत्मसम्मान के अपने गुरुर पर.....