इश्क़ से मुलाकात हर बात मुझसे अब अंजान हो गई देखो, इश्क़ से भी हमारी मुलाकात हो गई | जो दूर हाथ फैलाए खड़ा था, आज उसी की बाहों में हर रात हो गई | चाहा था जिसे बेइंतहा मोहब्बत में, आज उसी से सारी अब बात हो गई | हर बात मुझसे अब अंजान हो गई देखो, इश्क़ से भी हमारी मुलाकात हो गई | By:-Akshita Jangid (poetess) #NojotoQuote इश्क़ से मुलाकात हर बात मुझसे अब अंजान हो गई देखो, इश्क़ से भी हमारी मुलाकात हो गई | जो दूर हाथ फैलाए खड़ा था, आज उसी की बाहों में हर रात हो गई |