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वो बरसात का दिन था मैं रोता हुआ घर आया था, मुझे

वो बरसात का दिन था  मैं रोता हुआ घर आया था,  मुझे याद है उस दिन उसने   कहा तेरे ही ख्वाबों की रंगीन तस्वीर हूँ मैं,
अब तेरी मर्जी, चाहे तो मिटा दे या अपने दिल से लगा ले !! #love
वो बरसात का दिन था  मैं रोता हुआ घर आया था,  मुझे याद है उस दिन उसने   कहा तेरे ही ख्वाबों की रंगीन तस्वीर हूँ मैं,
अब तेरी मर्जी, चाहे तो मिटा दे या अपने दिल से लगा ले !! #love