हमारे नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया कि जो इंसान खुद पेट भर कर खाये लेकिन उसका पड़ोसी भूखा रहे तो ऐसा इंसान जन्नत में नहीं जायेगा। उसी तरह कोई रोजेदार खुद तो शहरी व अफ्तार में बेहतरीन लजीज चीजें खाये पिये लेकिन उसके पड़ोसी को मामूली गिजा भी पेट भर न मिले तो कोई बईद नहीं के वो जहन्नम का शिकार हो जाये। भूखे को खाना खिलाना और लोगों को सलाम करना ईमान का तकाजा है। 👉 अपने पड़ोसी,गरीबों और भूखों का ख्याल रखें 👈👉💓और हो सके तो एक दो रोटी ज्यादा बनाए और बाहर रख दें ताकि कुटे,बिल्ली, कावा या कोई भी जानवर या परिंदा भी भूका ना रहे💓👈 #Love हमारे नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया कि जो इंसान खुद पेट भर कर खाये लेकिन उसका पड़ोसी भूखा रहे तो ऐसा इंसान जन्नत में नहीं जायेगा। उसी तरह कोई रोजेदार खुद तो शहरी व अफ्तार में बेहतरीन लजीज चीजें खाये पिये लेकिन उसके पड़ोसी को मामूली गिजा भी पेट भर न मिले तो कोई बईद नहीं के वो जहन्नम का शिकार हो जाये। भूखे को खाना खिलाना और लोगों को सलाम करना ईमान का तकाजा है। 👉 अपने पड़ोसी,गरीबों और भूखों का ख्याल रखें 👈👉💓और हो सके तो एक दो रोटी ज्यादा बनाए और बाहर रख दें ताकि कुटे,बिल्ली, कावा या कोई भी जानवर या परिंदा भी भूका ना रहे💓👈 عامر گجر سوھال آلہ indira