मेरी जान हमें देखकर अक्सर, तुम बेइंतेहा मुस्कुराती क्यों हो............ नज़रों से नज़रें मिलाकर हमसे, आखिर तुम नज़रें चुराती क्यों हो......... पहले तो तुम कहा करती थीं, कि तुमको बेहद नफ़रत है हमसे.......... इक बात बताओ हमको ज़रा फ़िर, हमारी ग़ज़लें सुनने आती क्यों हो......... ©Poet Maddy मेरी जान हमें देखकर अक्सर, तुम बेइंतेहा मुस्कुराती क्यों हो............ #Darling#Often#Smile#EyeContact#Look#Tell#Come#Listen#Gazal........