औरत का ना वजूद है ना ही घर बचपन माँ बाप की ताक़ीद में गुजरे, जवानी पति की पाबंदी में,और बुढ़ापा बच्चों के रहमोकरम पर..! ना ज़िंदगी उसकी अपनी है ना हक़ कोई ख़्वाहिशों पर..! किसी को अपनी बात का यक़ीन दिलाना सबसे मुश्किल काम है आज। #विश्वासकरो #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqbaba #life #lovehurts #feelings