ज़िम्मेदार कोई भी हो सरकार या हम बस, हमको जो मिला है तो मिला है ग़म बस... हालात हैं ऐसे की कोई कुछ कर नही सकता, हाथों में कुछ नही आँखे हैं हमारी नम बस... ताली भी बजाया, थाली भी बजाया, दिया भी जलाया, हाकिम ने कहा अब, इसके हैं ज़िम्मेदार हम बस... कल मुलाकात हुई उनसे, कहा बस देख लो अपना, अब कुछ कर नही सकते, ऐसे हालात में हम बस... किसकी थी ज़रूरत, नज़र अंदाज़ किया हमने, मन्दिर के लिए कभी मस्जिद के लिए लड़ते रहे हम बस, मोदस्सिर जो मुलाक़ात हुई उनसे तो पूछेगा यही अब, आती नहीं तुमको क्या कुछ भी शरम बस??? मोदस्सिर अहमद ©Modassir Ahmad #covidindia #nojotoquestions #nojotoanswer #lockdown #Trending #trendingtodaynojoto #corona #rajniti #sarkar #modassir