यह बिना लफ्जों के भी पूरी एक कहानी है यह दोस्ती है साहब जिसकी दुनिया दीवानी है यू ही नहीं मिल जाती दोस्ती की लकीर हाथों में कुछ कोशिश है तुम्हारी कुछ दुआओं की मेहरबानी है love you ladlo गोलू स्वामी kuch khusi gam ke pal