"मैं.. एक 'माध्यम' सही, मैं.. तेरे लिए 'झूठ' सही, लेकिन.. तेरे-मेरे दरमियाँ, कुछ तो रहा ही होगा कहीं ! ज़रिया चाहे जो भी रहा हो, हमने चाहे कुछ न कहा हो, लेकिन.. तेरे-मेरे दरमियाँ, सच तो रहा ही होगा कहीं ! माना, जुड़े 'किसी' के लिए, माना, झगड़े 'किसी' के लिए, लेकिन.. तेरे-मेरे दरमियाँ, बच तो रहा ही होगा कहीं ! खूबसूरती की मिसाल नहीं, मिली रिश्तों की ढाल नहीं, लेकिन.. तेरे-मेरे दरमियाँ, कुछ तो रहा ही होगा कहीं !!" #yqbaba #yqdidi #hindi #poetry #feelings #love #mediator