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कुछ मजबूरी कुछ उदासी कुछ ढलती शाम सी हो, तुम बिलुक

कुछ मजबूरी
कुछ उदासी
कुछ ढलती शाम सी हो,
तुम बिलुकल चांद सी हो

Lyrics by Anushant #चाँद_सी_हो
कुछ मजबूरी
कुछ उदासी
कुछ ढलती शाम सी हो,
तुम बिलुकल चांद सी हो

Lyrics by Anushant #चाँद_सी_हो