सुनो सांगो! फुलबधेन वो, पनीया ले जाना। गोदा में बैठी पंक्षी उड़ेगी आज, जाएगी छोड़... माँ-बाप भाई-बहन रिश्ते सारे.. लेकर जाएगी यादें गाव की, नदी की, पहाड़ की, जंगल की, शिकार की, गोटुल की, चेलीक की, मोटियारिन की, अंततः हम सब यादों के ग्रंथो में रहेंगे।। जोहार! जोहार! ©Tribal Akki kunjam #aadivashi #Tribal_Akki #diary