पड़ोसी गर अच्छा है तो घर की क़ीमत है। वरना कितनों का जीना हराम देखा है। चराग़ अगर बुझ जाए तो सूरज भी तड़प जाता है। यहाँ बगल में बच्चा रोता है तो सर में दर्द होता है। - अनवर हुडा #neighbourlove #poetry #hindipoetry #urdupoetry #humanityfirst #anwarhudapoetry