अब नहीं बची जगह जन्नत और जहन्नुम में भी, कह रहा था पडौ़सी अभी ताजा मरा हुआ। नैकियां गिनवाकर भी उसे एक दिन न हुआ नसीब, मरने का मौंसम तो है मगर हर शख्स डरा हुआ। जान अब इस जिस्म को छोड़ना नहीं चाहती, इसलिए है सारा मुल्क लगता भरा हुआ। ©DASHARATH RANKAWAT SHAKTI #PopulationDay #Population #latest #Dard SUSAN J PAULEY PAULEY Kabita sarma