ये जो लड़कियां हैं लड़कियां नहीं परियां हैं प्रेम देस से आईं चंचल सी तितलियाँ हैं तोडना ना दिल इनका नाज़ुक सी कलियाँ हैं मासूम सी आँखें इनकी जीवन की गलियां हैं! sandhya sharma 007 indira ... Ruhi...