करे परवा तुम्हारी जो, उसे नाराज मत करना। कभी भी भूल से उसको, नज़रअंदाज़ मत करना। बहुत नादान बनकर तुम, किये गलती भले लाखों- वही गलती दुबारा तुम,कहीं फिर आज मत करना। #मुक्तक #नज़रअंदाज़मतकरना #विश्वासी