*✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️*“13/1/2022”*🖋️ 🔥*“गुरुवार”*🌟 “अग्नि” 🔥... “पंच तत्वों” में से “चौथा तत्व”, सबसे अधिक “महत्वपूर्ण” तो उससे भी “भयानक”, आपने अग्नि को नियंत्रित रूप से “चुल्हे” पर जलते हुए देखा होगा जो हमें “भोजन पका” कर प्रदान करती है जिससे हमें “शक्ति” मिलती है, किंतु यही अग्नि जब “अनियंत्रित” हो जाती है तो “वन की आग” बन जाती है और “(विध्वंस) महाविनाश” मचा देती है, आपके भीतर की “ऊर्जा” ये “अग्नि” ही है, यदि कोई व्यक्ति अपनी “भीतर की ऊर्जा” का उपयोग करता है शक्ति के रूप में, तो “विकास” कर सकता है,“निर्माण” कर सकता है, किंतु यदि व्यक्ति अपनी “भीतर की ऊर्जा” को “विध्वंस का अस्त्र” बना दे, जिसमें “हानि” उसी की होगी, अब आप अपने “भीतर की अग्नि से “निर्माण” करना चाहेंगे या “विनाश”... *“अतुल शर्मा”🖋️📘* ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️ *“13/1/2022”*🖋️ 🔥 *“गुरुवार”*🌟 *#“अग्नि” 🔥* *#“चौथा तत्व”*