माँ का आँचल आचल मे जिसके फिक्र तेरे जहां की हे भूलाकर तेरी सारी गलतिया __ __बस नादानिया कहा करती हे तू इसके सपनो को खुशियो से पालना जिसने तुझे अपने सांचे मे सम्भाला हे .... i love you #mom