ये वक्त भी गुजर जाएगा, थोड़ा एहतियात तो बर्तो, ये बेशकीमती वक़्त जो मिला, उस जरा सम्हाल के खर्चों, दौड़ने का तो हुनर था ही हम में, एक बार जरा ठहर के, खुद को बदल के तो देखो.... D.s.ojha #thahar #CityEvening