मेहरम से मिली चोट का मरहम कहा मिलता हे... जो इश्क है तुमसे अब ईमान से मुकर गये तुम.... बिखरे हुए हे हम इस जुए में श्राप से.... जो निभाया गया वो हमसे था जो पाया है तुमने वो हमसे था ... जुन्हा करके अब कहते हो तुम..... क्या गया तुम्हारा ' क्या खोया हे अब जो लूट गया हे सब......... ©G0V!ND DHAkAD #ishq se #ruswa #aashiqui