बेशक तुम रूठे रहना मना मैं लूंगी ही तुम्हें और नाराज़गी की झूठी चादर हटा ही दूंगी बशर्ते तुम देख लो एक दफा आंखों में मेरी और खोल दो लबों पर लगी चुप्पी की चटखनी... #बेशकतुम #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi