मैं खुश नही हूँ ये चीखता है मन मेरा लेकिन मुस्कुराहट के निर्वात कही गुम हो जाती है ये चीख मेरी। मैं खुश नही हूँ ये बोलकर रोता है मन मेरा लेकिन पथराई आंखों की रेत में सूख जाते है ये अश्क़ मेरे। मैं खुश नही हूँ ये एहसास करना चाहता हु सबको लेकिन झूठी हँसी के बीच में खिलखिलाता हूँ मैं भी भूलकर ये दर्द मेरे। मैं खुश नही हूँ। #firstquoteof2k18 #poemsporn #poetry #poetrycommunity